तेरी यादों के साए में दो पल यूं गुजार लू कि आप की याद कभी न मुझकों रूलायें। आप मुझें इस तरह मिलें जैसे कोई व्यक्ति अपने जीवन से प्रेम करता हैं, मैं उसी तरह आप से प्रेम करता हंू। मैं चाह कर भी आपको भून न सका। कोई भला अपने पहले प्यार को यूं भूला सकता है। मैं तो यह चाहता हंू, कि आप को मेरी याद आये या न आये, पर में इतना कर सकता हंू कि तेरी यादों को अपने सीने से लगाकर, दिन-रात बस आपको याद करू।
मैं सोचता हंू कभी तो आप, मुझकों प्यार करेंगी।
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