दैनिक सरोकार की मीडिया 09 सितंबर, 2015
उर्दा होगओ मुर्दा, किसान होगओ फेल
ललितपुर। जिला ललितपुर में बरसात न होने के
कारण संपूर्ण जिले में उर्द की फसल में पीला रोग लग गया है जिससे उर्द की फसल में
न तो फूल आए न ही फलियां। इससे पहले प्राकृतिक ओलावृष्टि व अतिवृष्टि के चलते
गेंहू, चना, मटर व मसूर आदि फसलों में किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है। जिसकी
राहत राशि जिला प्रशासन द्वारा अभी तक किसानों को प्रदान नहीं करवाई गई है। वहीं
उर्दा की फसल के लिए किसानों ने साहूकारों व किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण लेकर बुवाई
की थी। अब प्राकृतिक मार के चलते उर्द की फसल में पीला रोग लग जाने के चलते
किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। बड़े किसानों की स्थिति तो जहां तक ठीक
ठाक ही है परंतु छोटे किसानों को अपने परिवार का पेट पालना मुश्किल दिखाई दे रहा
है। और वहीं प्रशासन द्वारा किसानों को राहत राशि का भुगतान नहीं कराया जा रहा है
जिससे किसानों में रोष व्याप्त है और वह प्रशासन के इस रवैये से आहत भी है। मुआवजा
राशि न मिलने और प्रशासन के रवैये से आहत होकर अभी कुछ दिन पूर्व ही एक किसान ने
आत्महत्या कर ली थी।
हालांकि देखा जाए तो उत्तर प्रदेश सरकार का
बुंदेलखंड क्षेत्र के किसानों के प्रति रवैया भी भेदभावपूर्ण ही दिखाई दे रहा है।
जहां अन्य जिलों में किसानों को अतिवृष्टि/ओलावृष्टि की राहत राशि का भुगतान बहुत
पहले ही कर दिया गया था, वहीं जनपद के किसानों के लिए अब भी
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राहत राशि नहीं पहुंचाई गई है जिससे किसान दर-दर की
ठोकर खाने को मजबूर हो रहे हैं। और दूसरी तरफ उर्दा की फसल में बरसात न होने के
चलते पीला रोग लगने से जैसे किसानों की कमर ही तोड़ दी हो। इस संदर्भ में आए दिन
जनपद के गांवों से भारी संख्या में लोग पीला रोग गस्त उर्द की फसल लेकर, नारेबाजी कर रहे हैं, धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप रहे हैं
कि जल्द से जल्द उन्हें राहत राशि दिलाई जाए, ताकि
किसानों को थोड़ी राहत तो पहुंच सके।
वैसे उर्द में लगे पीले रोग के बाद किसानों के
सामने एक समस्या और आगे चलकर खड़ी होने की संभावना दिखाई दे रही है क्योंकि यदि
जल्द ही पीले रोग ग्रसित फसल की जमीन गुडाई नहीं कराई जाएगी तो आगे जो भी नई फसल
उस जमीन में लगाई जाएगी उसमें उकसा रोग लग जाएगा और किसानों को फिर से नुकसान
झेलना पड़ सकता है। एक किसान से इस संदर्भ में बात की गई तो उसने कहा कि उर्द की
फसल में उसे बहुत नुकसान हुआ है और अब उनके सामने जल्द से जल्द जमीन की गुडाई की
समस्या आ खड़ी हुई है क्योंकि हमें 1
एकड़ जमीन की गुड़ाई में लगभग 10
हजार रुपए का खर्चा आता है। अब वो रुपया हम कहां से लेकर आए।
उर्द की फसल में लगे पीला रोग के संदर्भ में
जिलाधिकारी महोदय ने जनपद के किसानों को आश्वासन दिया है कि उन्होंने प्रशासन से
राहत राशि की मांग की है और जल्द से जल्द प्रशासन द्वारा जनपद को राहत राशि प्रदान
की जाएगी और जैसे ही प्रशासन से राहत राशि आती है वैसे किसानों को भुगतान कर दिया
जाएगा।
विजय भूषण बने जिला शतरंज बादशाह
शतरंज प्रतियोगिता में देर रात तक चली
जोर आजमाइश
ललितपुर। दीवाने शतरंज स्व.शान्तराम पाठकार की
स्मृति में कटरा बाजार प्रांगण में आयोजित की गयी जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता
का विधिवत समापन हो गया। प्रतियोगिता में विजय भूषण नामदेव (रैनी) प्रथम स्थान
प्राप्त कर शतरंज के जिला बादशाह बने तो दूसरे स्थान पर रमेश चैरसिया व तीसरे
स्थान पर रमेश चैरसिया रहे। तो वहीं जूनियर जिला चैम्पियन में प्रथम नमन
श्रीवास्तव, द्वितीय शिवम कुमार, तृतीय राघव किलेदार रहे। प्रतियोगिता
में बाहर से आये खिलाडिय़ों में देर रात तक जोर आजमाईश चलती रही।
समापन अवसर पर पूर्व सपा जिलाध्यक्ष
कैलाश यादव ने कहा कि शतरंज प्रतियोगिता जिला स्तर पर पहली बार आयोजित की गयी। इस
खेल में बाहर से आये प्रतिभागियों को भी उन्होंने साधूवाद दिया। कहा कि दिमाग के
इस खेल में जीत-हार मायने नहीं रखती, दो
खिलाड़ियों के बीच आपसी सामान्यजस्य ही इसके मायने होता है। समारोह में
अंतर्राष्ट्रीय शतरंज खिलाड़ी निखिल जैन, नेशनल
चैम्पियन वसीम अहमद के अलावा जयराम साहू व हरीशंकर चैरसिया को भी मंच से सम्मानित
किया गया। समापन अवसर पर व्यापार मण्डल नगराध्यक्ष नरेन्द्र कड़ंकी, राजेश चन्द्रा, विजय पहलवान, हारून खान, अरविंद चैरसिया, नत्थू मंसूरी, धीरेन्द्र पटवा आदि मौजूद रहे। संचालन
रामगोपाल नामदेव ने व आभार सराफा बाजार अध्यक्ष मज्जू सोनी ने व्यक्त किया।
लोसपा जिला उपाध्यक्ष ने आमरण अनशन, निर्जला व्रत कर सल्लेखना की चेतावनी
दी
ललितपुर। पहले रबी और फिर खरीफ की प्राकृतिक
आपदा के चलते फसल बर्बाद होने का दंश किसान नहीं झेल पा रहा है। उत्तर प्रदेश के
किसानों द्वारा राज्य सरकार से लगातार मुआवजा दिलाये जाने की मांग की जा रही है।
बावजूद इसके कई किसान आज भी मुआवजा राहत राशि से महरूम हैं। लोकतांत्रिक समाजवादी
पार्टी के जिला उपाध्यक्ष वासुदेव शरण त्रिपाठी ने ललितपुर जनपद को सूखाग्रस्त
घोषित किये जाने की मांग के साथ किसानों की जायज मांगों की अवहेलना करने का आरोप
लगाया है। उन्होंने सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन भारत के महामहिम राष्ट्रपति व
प्रधानमंत्री को भेजते हुये गाँधी जयन्ती के अवसर पर आमरण अनशन के साथ निर्जला
व्रत कर सल्लेखना करने की चेतावनी दी है।
सात सूत्रीय ज्ञापन में लोसपा जिला
उपाध्यक्ष ने बताया कि बुन्देलखण्ड के जिला ललितपुर में भारी सूखा की आपदा के कारण
किसानों की खरीफ फसल नष्ट हो गयी। तो वहीं पर्याप्त मात्रा में बारिश न होने के
कारण जनपद को सूखाग्रस्त घोषित किये जाने की मांग पर उन्होंने बल दिया। बताया कि
तमाम गांव के किसान प्रतिदिन मुख्यालय आकर प्रदर्शन करते हुये जिला प्रशासन को
अपनी फसलें दिखा रहे हैं तो वहीं मुआवजा की मांग भी उठा रहे हैं। इसमें जिला
प्रशासन द्वारा फसलों का सर्वे भी प्रारंभ करा दिया है। बावजूद इसके किसान पलायन व
आत्महत्या जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं। विश्व में सर्वाधिक बाँध वाले
ललितपुर जनपद के अधिकांश बाँध खाली पड़े हुये हैं। किसानों द्वारा बैंकों से लिये
गये ऋणों की अदायगी कई वर्षों से अनवरत चल रही है। उन्होंने किसानों की दयनीय हालत
को दर्शाते हुये जिले को सूखाग्रस्त घोषित किये जाने, सूखा राहत योजनाओं को लागू किये जाने, किसानों को फसल बीमा दिलाये जाने, पिछली आपदा राहत राशि के चैक किसानों
को जल्द दिलाये जाने, केसीसी की अवधि का पूर्ण बीमा कराये
जाने, सिंचाई के लिए नलकूप लगवाये जाने, किसानों से सभी प्रकार की वसूली बंद
किये जाने की मांग की है।
जेल भी इक तीर्थ है हिन्दोस्तान में.....
शिक्षक दिवस एवं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
पर्व पर शायरों व कवियों ने छोड़े व्यंग्य
ललितपुर। शिक्षक दिवस एवं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
पर्व पर कौमी एकता की प्रतीक साहित्यिक संस्था हिन्दी-उर्दू-अदबी संगम के तत्वाधान
में कवि सम्मेलन व मुशायरे का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में जिला
मलेरिया अधिकारी के.एस.यादव व विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त सहायक मलेरिया अधिकारी
जगत सिंह मौजूद रहे।
अध्यक्षता करते हुये वरिष्ठ पत्रकार
शिखरचंद्र मुफलिस ने कहा “नाक और मुँह ढक आतंकी लगती है, लव जिहाद में फँसकर रोती और सिसकती है” को खूब सराहा गया। संचालन करते हुये
संस्थाध्यक्ष रामकृष्ण कुशवाहा ने कहा “ऐसी
मिशाल कहाँ मिलेगी जहान में, जेल
भी इक तीर्थ है हिन्दोस्तान में, जरा
सी बात पे महाभारत लिखा गया, द्रोपती
भी एक तेजिया जुबान में” को श्रोताओं ने खूब सराहा। सुमनलता
शर्मा चाँदनी ने कहा “फिर वो ही यादों का मंजर याद मुझको आ
गया, लिखते गजल जिसे देखकर, चेहरा वो ही याद आ गया” का श्रोताओं ने करतल ध्वनि के साथ
स्वागत किया। रामस्वरूप नामदेव अनुरागी ने कहा “देवकी वासुदेव को जेल जब भेजा तो और भी कंस का पाप बढ़ जाता है, भादों के माह में कृष्ण जन्में तो
तीनों लोकों में उजियारा हो जाता है”।
प्रशान्त श्रीवास्तव ने कहा “हाथ
में हथकड़ी पांव में बेडिय़ाँ, मुँह
में ताले जड़े फिर लगी पोलियाँ”।
दशरथ प्रसाद पटेल परदेशी ने कहा “हमें
अपने भारत की पावन मिट्टी से प्यार है, अपना
तन-मन जीवन सब इस मिट्टी का उपहार है।” युवा
कवियत्री सोनिया प्रभाकरन ने कहा “मैं
तेरी दीवानी कान्हा, तुझसे है प्रीत कान्हा, तेरे चरणों की रज मैं बनके रहंू, ऐसी तकदीर बना दे कान्हा”। इसके अलावा अशोक क्रान्तिकारी, किशन सिंह बंजारा, गेंदालाल सतभैया, एम.एल.भटनागर मामा ने भी अपनी एक से
बढ़कर एक उम्दा रचनाओं को श्रोताओं के समक्ष रखा। इस अवसर पर राम प्रकाश शर्मा, रेखा शर्मा, हर्षिता शर्मा, प्राची राठौर, हिमांशु राठौर, आरती नामदेव, नेहा राठौर, अर्चना, नैतिक नामदेव,
सुदामा देवी, आभा राजन, अनामिका, पूर्णिमा, अनुराग, नंदलाल पहलवान, हरगोविंद
अहिरवार, राजाराम खटीक, मनीष कुशवाहा, सरवर हिन्दोस्तानी, संरक्षक पूरनचंद्र स्वर्णकार आदि मौजूद
रहे। अंत में संयोजक शिवनारायण वर्मा ने सभी शायरों, कवियों व श्रोताओं के प्रति आभार जताया।
रोजगार हेतु आवेदन करें प्रशिक्षु
बेरोजगार
ललितपुर। जिला समन्वयक चन्द्रचूड़ दुबे ने प्रेस
विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कौशल विकास मिशन की प्रशिक्षण योजनाओं के अन्तर्गत
प्रशिक्षित एवं मूल्यांकन में उत्तीर्ण प्रशिक्षार्थियों में से स्वरोजगार हेतु
इच्छुक लाभार्थियों को वाणिज्यिक बैंको से ऋण सुविधा उपलब्ध कराने का शासनादेश
जारी किया गया है। स्वरोजगार हेतु इच्छुक लाभार्थी ऋण सुविधा लेने हेतु अपना आवेदन पत्र समस्त
संलग्रों सहित किसी भी कार्य दिवस में डीआरडीए के प्रथम तल पर स्थित उत्तर प्रदेश
कौशल विकाश मिशन, के कार्यालय में जमा कर सकते है।
आत्मा शरीर में भृकुटी के मध्य
विराजमान रहती है: चित्ररेखा
वरदानी भवन में महावाक्य (मुरली) का
अमृत वचन जारी
ललितपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय
विश्वविद्यालय की स्थानीय शाखा वरदानी भवन में महावाक्य (मुरली) का अनुश्रवण कराते
हुये बड़ी दीदी बी.के.चित्ररेखा ने अनुयायियों को संबोधित किया।
महावाक्य में बड़ी दीदी ने कहा कि क्या
आप अपने को जानते हैं ? आप जो जानते हैं वह संपूर्ण सत्य नहीं
हैं। आप एक सत्य आत्मा है। यह शरीर आपका वस्त्र है। आपने इस शरीर रूपी वस्त्र को
धारण किया है। इस सृष्टि रूपी रंगमंच पर अभिनय करने के लिए आपने अब तक अनेक नाम, रूप वाले शरीर धारण करके पार्ट बजाये
हैं। क्योंकि आत्मा सत्य,
अमर, अविनाशी, शाश्वत है, उसका अस्तित्व भी नष्ट नहीं होता है।
वह जन्म के द्वारा नया वस्त्र धारण करती है और मृत्यु द्वारा पुराना बस्त्र उतारती
है। इसी प्रक्रिया से आत्मा इस काल चक्र में यात्रा करती है। आत्मा क्या है इस पर
प्रकाश डालते हुये कहा कि मन-बुद्धि-संस्कार का एक पुण्य है आत्मा। मन आत्मा को
सोचने की शक्ति है, बुद्धि आत्मा की निर्णय करने की शक्ति
है और संस्कार आत्मा के द्वारा किये गये कर्म के परिणाम हैं। जिन्हें हम आदत, स्वभाव, नेचर कहते हैं। आत्मा शरीर में भृकुटी के मध्य विराजमान रहती है।
आत्मा जो भी कर्म करती है उसी अनुसार उसे उपाधि मिलती है। पुण्य आत्मा, धर्मात्मा है, उसी श्रेष्ठ आत्मा, पापआत्मा, दुष्ट आत्मा आदि अर्थात हर कर्म का फल
आत्मा के खाते में ही जाता है। आत्मा के लिए गीता में परमात्मा भोगना होता है। शिव
पिता ने कहा है कि आत्मा स्वयं ही अपना मित्र भी है और अपना शत्रु भी। जब वह अच्छा
कार्य करती है तो अच्छी बुरे में बुरी। कहा कि आत्मा के सात मुख्य गुण ज्ञान, प्रेम, पवित्र, शान्ति, सुख, आनंद, शक्ति हैं। आत्मा इस रंगमंच पर सब अलग-अलग समय पर आयी है पर लौटना
सबको एक साथ है।
आपातकालीन स्थिति से निपटने के दिये
टिप्स
मानव व प्रकृति जनित आपदाओं में कैसे
जीवित रह सकता है मनुष्य
ललितपुर। कोतवाली के सामने स्थित पीएन इण्टर
कालेज में राष्ट्रीय आपदा मोचन दल के 30
सदस्यीय दल ने छात्रों को विभिन्न प्रकार की आपदाओं से निपटने व उनसे बचाव के बारे
में जानकारी दी। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में उप जिलाधिकारी सदर रमेशचंद्र
तिवारी व ईओ के.एन.शर्मा मौजूद रहे। अध्यक्ष नपाध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने की।
शिविर में एनडीआरएफ गाजियाबाद 8वीं वाहिनी ने रसायनिक, बायोलॉजिक व रेडियोलॉजिक नुकसानों के
बारे में बताया तथा आपदा में उपयोगी उपकरणों की जानकारी दी। इसके अलावा प्राथमिक
उपचार और अंगों के पुर्नजीवित करने के उपाय भी बताये। एनडीआरएफ की टीम ने छात्रों
को प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, अग्नि
तथा मानवजनित आपदाओं से निपटने के कारगर उपाय बताये और प्रयोगात्मक तरीके से स्टंट
करते हुये उनसे बचने की भी जानकारी दी। टीम ने सर्पदंश समेत विभिन्न तरह के
नुकसानों पर तत्कालिक सहायता, प्राथमिक
चिकित्सा, हृदय सम्बन्धित अंगों के पुर्नजीवित
करने, बाढ़ और अन्य आपदाओं में किस तरह सर्च
कर लोगों को बचाया जा सकता है। इसकी जानकारी दी। वहीं बहुमंजिला इमारत में आग लगने
पर घायलों को किस प्रकार बाहर निकाला जाये उसका प्रस्तुतिकरण करके दिखाया गया। टीम
में असिस्टेंट कमाण्डर मारकेश हुसैन, तहसीलदार
अवधेश निगम, निरीक्षक कश्मीर सिंह, जेई विपिन कुमार, रमाकान्त तिवारी, निर्माण लिपिक हबीब खां, दीपेन्द्र कुमार, प्रधानाचार्य रामस्वरूप नामदेव समेत
छात्र मौजूद रहे।
मुआवजा वितरण जल्द कराये जाने की उठायी
मांग
आधा दर्जन से अधिक गांव के किसानों ने
किया प्रदर्शन
ललितपुर। ओलावृष्टि-अतिवृष्टि के साथ इस बार
बारिश न होने के कारण खेतों में उड़द की फसल में लगे पीला रोग को लेकर आधा दर्जन से
अधिक गांव के किसानों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुये जिलाधिकारी को एक
ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में ग्राम उमरिया, पिपरिया के किसानों ने बताया कि
नवसृजित पाली तहसील अंतर्गत इन गांवों में किसानों ने आर्थिक तंगी से जूझने के
बावजूद भी अपने खेतों में उड़द की फसल बोई थी। विगत रबी की फसल बर्बाद होने का
मुआवजा के साथ उड़द की फसल बर्बाद होने का मुआवजा भी किसानों को नहीं मिला है।
बताया कि किसानों के आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण अब किसान भुगमरी की कगार पर
पहुंच गया है। ज्ञापन देते समय संदीप राजा बुन्देला, मोहर सिंह यादव, भगवान
सिंह, संदर्भ पटसारिया, सुरेन्द्र सिंह, दयाराम, मिशन सिंह, पर्वत सिंह, देशराज, रामदास, गोविंद, मुकेश, प्रतिपाल सिंह, जगभान सिंह, मुलायम, रामराजा, पारीक्षत समेत अनेकों किसान मौजूद रहे।
तहसील तालबेहट के ग्राम कारीटोरन इमलिया के किसानों ने भी उर्द की फसल बर्बाद होने
पर मुआवजा दिलाये जाने की मांग की है। ज्ञापन देते समय सुजीत पाठक, बरजोरेलाल, अजुद्दी, बद्री प्रसाद,
सुखलाल, प्रकाश, श्योराज, जगदीश, दरई, मुलू, कमलेश कुमार, नीलेश नामदेव, राजू, अरविंद, कूरा, अमोल, मनसुख आदि किसान मौजूद रहे। इसी प्रकार
ग्राम बागौनी, मजरा जमुनिया, के वृन्दावन पटेल, कोमल प्रसाद, बच्चूलाल, देवीप्रसाद, सुखलाल, कल्ले, दलू, सूरज, धन्जू, कमलेश पाल, भुजबल, हीरालाल, बड़ी बहू, नन्दूलाल, फुन्दीलाल ने उड़द की फसल में पीला रोग
लगने से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिलाने की मांग की है। ग्राम सतौरा के किसानों
में रामजी सीरौठिया, अठई, सरमन, सुरेन्द्र कुमार, मुरारीलाल दुबे, प्रागीलाल, त्रिलोक सिंह, रनधीरा अहिरवार, प्यारेलाल, रतन, बादाम, दम्मा, हजारी, बारेलाल, शालकराम, कन्ने, पन्ना, गंगू, जयराम, सुम्मेर, प्यारेलाल, रामदीन, मुन्नालाल, पर्वत, रामपाल ने मुआवजा दिलाने की मांग की है। ग्राम टीकरा तिवारी के
राजेन्द्र तिवारी, दीपक त्रिपाठी, अनिल, राकेश कुमार,
गौरीशंकर तिवारी व जितेंद्र तिवारी ने
मुआवजा दिलाये की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया है।
शासन से मुआवजा के मिले 21 करोड़
ओलावृष्टि व अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों का
आंकलन कर जिलाधिकारी जुहेर बिन सगीर ने शासन को 355 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर भेजा था। प्रस्ताव के सापेक्ष 96 करोड़ रुपये पहले किसानों को वितरण
किया जा चुका है। शासन से लगातार की जा रही अवशेष मुआवजा अवमुक्त कराने की मांग पर
शासन ने 21 करोड़ रुपये और ललितपुर जिले के लिए
अवमुक्त किया है।
धार्मिक एवं नैतिकता का बोध कराते
संस्कार शिविर: पूर्णमति
ललितपुर का शिविर धर्म का मर्म समझने
के लिए होगा उपयोगी साबित
ललितपुर। आचार्यश्री विद्यासागर महाराज की
शिष्या आर्यिकारत्न पूर्णमति माताजी ने संस्कार शिविरों के आयोजन को उपयोगी बताते
हुए कहा कि इसमें शिविरार्थियों को धार्मिक एवं नैतिकता का बोध होता है। इसमें
परिणामों में विशुद्धता आती है। उन्होंने कहा कि श्रावकों को चाहिए कि संस्कारों
को संवराने के लिए लगने वाले शिविरों में सम्मलित हो। इससे जीवन संवारा जा सकता
है। कहा कि जब तक जीवन से राग नहीं छूटेगा कल्याण नहीं होगा। ज्ञान के वगैर जीवन
अधूरा है जीवन जीना भी एक कला है। जियो तो ऐसा जिओ कि परिणामों में संक्लेश न हो।
ज्ञान का उपयोग करने से जीवन में शान्ति आती है और कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता
है। मंगलाचरण सरोज जैन ने,
कवि पंकज जैन अंगार ने भावान्जलि
व्यक्त की। शास्त्र सुशीला बाई, विनोद
कुमार, देवेन्द्र कुमार, सुनील कुमार ने किया। वहीं महेन्द्र
कुमार जैन, ईश्वरदास जैन को सम्मानित किया।
प्रतिनिधि संजीब सौंरया, आनंद, दीपक सिंघई,
राजीव, राजकुमार जैन ने अतिथियों को प्रतीक चिन्ह दिये। चित्र अनावरण
महेन्द्र जैन समीर, संजय जैन, मुकेश जैन, मुकेश बुखारिया, राजेश जैन, संजीव सिंघई, प्रमोद जैन, महावीर जैन ने किया। पर्वराज पयूर्षण
में आर्यिकाश्री के सानिध्य व दिगम्बर जैन पंचायत के तत्वावधान में श्रावक संस्कार
शिविर का आयोजन 16 सितम्बर से हो रहा है। महामंत्री
डा.अक्षय टडैया ने बताया कि आर्यिकाश्री के दस दिनों तक चलने वाले शिविर में
संगीतमय ध्यान, आरती एवं पूजन आदि होगा।
साक्षर के साथ शिक्षित होना भी आवश्यक:
अग्रवाल
साक्षरता दिवस पर बच्चों को किया
प्रोत्साहित
ललितपुर। सोसायटी फॉर लीगल एण्ड ऐजूकेशन राइटस
के तत्वाधान में नगर संसाधन केन्द्र के परिषदीय विद्यालय में विश्व साक्षरता दिवस
मनाया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं के साथ उनके अविभावकों भी मौजूद रहे। मुख्य
अतिथि के रूप में नगर खण्ड शिक्षा अधिकारी आभा अग्रवाल ने कहा कि व्यक्ति को
साक्षर ही नहीं शिक्षित भी होना होगा। शिक्षित करने हेतु यह संस्था हमारे परिषदीय
विद्यालयों में बच्चों के शैक्षिक और समग्र विकास के लिए प्रतिदिन शिक्षण सहयोग दे
रहीं हैं। संस्था के सचिव अनुराग चतुर्वेदी ने बताया कि यूनेस्को ने साक्षरता की
स्थिति सुधारने के लिए 1966 में सर्वप्रथम इसे मनाने का निर्णय
लिया, तब से पूरी दुनिया में इसे प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को मनाया जाता है और उन्होंने
छात्रों के अविभावकों से बच्चों को साक्षर बनाने की अपील की। संस्था की शैडो ग्रुप
अध्यक्ष प्रवक्ता प्रीति शुक्ला ने कहा कि बच्चे स्वयं के साथ अपने आसपास के
बच्चों को पढऩे के लिए प्रेरित करें। इस दौरान प्रधानाध्यापिका कमला त्रिपाठी, संकुल प्रभारी असद खां, संजय श्रीवास्तव, रश्मि पुरोहित, नीतू यादव, स्वाति नामदेव, सुरभि चतुर्वेदी, विनीता आदि मौजूद रहे।
समाचार पत्र वितरक से छीने रुपये
ललितपुर। समाचार पत्र बेचकर भरण पोषण कर रहे
नवयुवक से पांच सौ रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। इस सम्बन्ध में
मोहल्ला लक्ष्मीपुरा निवासी पत्र वितरक रामसिंह पुत्र रामचरन ने बताया कि बीती 31 अगस्त को शाम करीब साढ़े आठ बजे वह घर
जा रहा था तभी मोहल्ले के ही एक युवक ने अपने दो अन्य साथियों के साथ एकराय होकर
उसके साथ मारपीट कर दी और पांच सौ रुपये की रंगदारी मांगी। आरोप लगाया कि उक्त
लोगों ने उसकी जेब में अखबार बेचकर कमाये गये पांच सौ रुपये भी छीन लिये। पीड़ित ने
एसपी को शिकायती पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की है।
सुम्मेरा तालाब पर करायी जायें समुचित
व्यवस्थायें: समिति
जल बिहार पर्व के साथ पितृ पक्ष व
कार्तिक माह में होते हैं तालाब में स्नान
ललितपुर। जनपद में व्यापक स्तर पर प्रतिवर्ष
होने वाले जल बिहार पर्व को शांति व शुचिता के साथ-साथ सुम्मेरा तालाब पर पूर्ण
व्यवस्थायें दुरुस्त कराये जाने की मांग को लेकर श्री रामलीला हनुमान जयन्ती
महोत्सव समिति ने एक ज्ञापन जिलाधिकारी जुहेर बिन सगीर को सौंपा है।
ज्ञापन में समिति ने अवगत कराया कि 24 सितम्बर को जल बिहार पर्व जिले में
अपार श्रृद्धा के साथ मनाया जाना प्रस्तावित है। कहा कि सौ वर्षों से भी पुरानी एक
धरोहर परम्परा है। परन्तु विगत कुछ वर्षों से लगातार इस परम्परा पर सामाजिक व
धार्मिक संगठनों की अपील व आंदोलन के बावजूद भी ऐतिहासिक सुम्मेरा तालाब की
वर्तमान स्थिति प्रशासनिक उदासीनता एवं समाज की दयाशीलता का परिणाम है। खेद व्यक्त
करते हुये बताया कि जल बिहार पर्व शुरू होने में महज कुछ दिन ही शेष रह गये हैं।
बावजूद इसके सुम्मेरा तालाब में गन्दगी यथावत व्याप्त है। उन्होंने नगर पालिका व
जिला प्रशासन से इस ऐतिहासिक त्यौहार के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाया है।
कहा कि समय रहते तालाब की खतपतवार आवश्यक रूप से हटवायी जाये एवं संभव होने पर
तालाब में जल की व्यवस्था किये जाने की मांग उठायी ताकि जल बिहार के बाद शुरू होने
वाले पितृ पक्ष एवं कार्तिक माह में होने वाले स्नान के साथ सनातन परम्पराओं का
निर्वाह्न भली प्रकार से हो सके। ज्ञापन देते समय अध्यक्ष बृजेश चतुर्वेदी, महामंत्री डा.दीपक चैबे, चन्द्रविनोद हुण्डैत, सुधांशु शेखर हुण्डैत, सुरेन्द्र नारायण शर्मा, उमाशंकर विदुआ, नारायण सिंह यादव, महेश श्रीवास्तव भैया, राजेश लिटौरिया, डा.अविनाश किलेदार, अमित तिवारी, रत्नेश तिवारी, शिव कुमार शर्मा, संजीव साहू, सरदार वी.के.सिंह, ललित कौशिक, अभिषेक नायक, राजेश दुबे, हरीमोहन चैरसिया, रमेश प्रसाद बबेले, डा.प्रबल सक्सेना, अवधेश कौशिक, मनीष सड़ैया, गिरीश पाठक, धर्मेंद्र चैबे, मंगल चंदेल, सुनील पटैरिया, दीपक पाराशर, रूपेश साहू, विक्रान्त रावत आदि मौजूद रहे। वहीं इस
सम्बन्ध में विश्व हिन्दू परिषद ने भी डीएम को ज्ञापन सौंपते हुये जल बिहार पर्व
के पूर्व सुम्मेरा तालाब की समुचित सफाई व्यवस्था कराये जाने की मांग की है।
ज्ञापन देते समय डा.प्रबल सक्सेना, बृषभान
भारद्वाज, उमाशंकर विदुआ, सुधांशु शेखर हुण्डैत, शैलेष मिश्रा, धनंजय मिश्रा, प्रशान्त शुक्ला, रामकुमार, ललित कौशिक, राकेश तामियां, अखिल कौशिक, रत्नेश तिवारी, अवधेश कौशिक, रूपेश साहू आदि मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment