दैनिक सरोकार की मीडिया 06 सितंबर, 2015
मुख्यमंत्री का जनपद आगमन 20 सितम्बर को
डीएम-एसपी ने किया कार्यक्रम स्थल का
निरीक्षण
अधिकारियों को दिये तैयारियां समय से
पूर्ण करने के निर्देश
ललितपुर। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ललितपुर
में आगामी 20 सितम्बर को आगमन हो रहा है।
मुख्यमंत्री के आगमन के मद्देनजर जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तैयारियों को
चाक-चैबन्द करने में जुटा है।
शनिवार को जिलाधिकारी जुहेर बिन सगीर व पुसिल अधीक्षक प्रभाकर चैधरी ने
संयुक्त रूप से कचनौंदा बाँध के निकट स्थित सभा के लिए कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण
किया। इस दौरान लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को निर्देश दिये कि
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए मानक अनुरूप स्टेज निर्माण किया जाये। इसके साथ
ही समस्त तैयारियों को समय से पूरा कर लिया जाये। कार्यक्रम स्थल के निकट लाभार्थी
परक योजनाओं के लाभार्थियों को बैठने के लिए स्थान व सांस्.तिक मंच के निर्माण
सम्बन्धित व्यवस्थायें पूर्ण करने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चैधरी
ने वाहनों के पार्किंग, कार्यक्रम स्थल की बैरीकेटिंग तथा
हैलीपैड पर सुरक्षा सम्बन्धित बिन्दुओं पर आवश्यक निर्देश पुलिस अधिकारियों को
दिये। कार्यक्रम स्थल के निरीक्षण उपरान्त कार्यक्रम की तैयारियों के सम्बन्ध में
बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था, वाहनों की पार्किंग, स्विस काटेज, वीआईपी वाहनों की व्यवस्था, जनपद के शासन स्तर से आने वाले वीआईपी
के ठहराव की व्यवस्था, खानपान, वाटर प्रूफ स्टेज एवं पाण्डाल के निर्माण जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं
पर चर्चा की गयी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी एम.के.त्रिवेदी, अपर पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अरूण कुमार
उपाध्याय, उप जिलाधिकारी सदर रमेश चंद्र तिवारी, एसडीएम तालबेहट रत्नाकर मिश्र, अधिशाषी अभियन्ता पीडब्ल्यूडी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी डी.एस.राम, ईई सिंचाई, विद्युत, जिला सूचना अधिकारी चन्द्रचूड़ दुबे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी
मौजूद रहे।
सुम्मेरा तालाब की सफाई व्यवस्था का
नपाध्यक्ष ने लिया जायजा
जल बिहार के पूर्व तालाब को सुसज्जित
करने के दिये निर्देश
ललितपुर। जल बिहार पर्व के मद्देनजर शहर के
ऐतिहासिक सुम्मेरा तालाब में चल रही सफाई व्यवस्था का जायजा लेने नपाध्यक्ष सुभाष
जायसवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने सभी नपा अधिकारियों व कर्मचारियों को जल बिहार
के पर्व की समस्त तैयारियां समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिये।
इस वर्ष 24 सितम्बर को स्थानीय सुम्मेरा तालाब पर
जल बिहार का पर्व बड़े धूम-धाम एवं उत्साह से मनाया जाना है। पूर्व में निर्गत किये
गये आदेशों के क्रम में पालिकाध्यक्ष ने निकाय के अवर अभियन्ता एवं निर्माण लिपिक
को तालाब की जलकुम्भी का निस्तारण करने, घाटों
की मरम्मत करने, रंगाई एवं पुताई का कार्य करने, विमान मार्गो पर गड्डों की मरम्मत करने
व नृसिंह मन्दिर प्रांगण में विमानों के ठहराव स्थल पर डस्ट का पुराव करने के
निर्देश निर्गत किये। सफाई एवं खाद्य निरीक्षकों को तालाब से निकाली गयी जलकुम्भी
को टचिंग ग्राउण्ड पर निस्तारण करने एवं विमान मार्गो पर नालियों की सफाई एवं कचरे
का निस्तारण, व चूने का छिड़काव करने के निर्देश
निर्गत किये, तथा आवारा जानवरों की रोकथाम के लिये
कर्मचारियों को तैनात करने के निर्देश दिये गये।
मुख्य स्टोर लिपिक का विद्युत व्यवस्था के सम्बन्ध में निर्देश निर्गत करते
हुये तालाब के घाटों व जलूस मार्ग में खराब मार्ग प्रकाश बिन्दुओं को बदलने के
निर्देश दिये। सफाई स्टोर लिपिक को पर्याप्त चूने की आपूर्ति सुनिश्चित करने व
कीटनाशक दवाओं को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। विगत रोज नपाध्यक्ष ने पार्षदों
के साथ एक ज्ञापन सितम्बर माह सन् 2015 की
24 तारीख को आयोजित होने वाले धार्मिक
त्यौहार जल बिहार के अवसर पर सुम्मेरा तालाब में गोविन्द सागर बांध की नहर से पानी
भरवाये जाने तथा कार्यदायी संस्था द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्य से सुम्मेरा
तालाब की सफाई कराये जाने हेतु जिलाधिकारी को प्रस्तुत कर किया था। निरीक्षण के
दौरान नपाध्यक्ष सुभाष जायसवाल, पार्षद
भवानी सिंह यादव, अवर अयिन्ता विपिन कुमार, वरिष्ठ लिपिक हबीब खां, रमाकान्त तिवारी, गोहर खान, विनीत कुमार बाल्मीकि आदि उपस्थित रहे।
मुआवजा धनराशि अवमुक्त कराने डीएम ने
शासन को भेजा पत्र
ललितपुर। माह फरवरी, मार्च में चक्रवात, ओलावृष्टि व अतिवृष्टि से प्रभावित
किसानों को जल्द मुआवजा राशि दिलाये जाने को लेकर जिलाधिकारी जुहेर बिन सगीर ने
उत्तर प्रदेश शासन के राहत अनुभाग को पत्र भेजा है। पत्र में अवगत कराया कि कुल 465 करोड़ 65 लाख 34 हजार 288 रुपये की धनराशि आवंटित करने का प्रस्ताव प्रेषित किया गया था, जिसके सापेक्ष 96 करोड़ 70 लाख 60 हजार रुपये की धनराशि प्रभावित
किसानों को वितरण के लिए प्राप्त हुई थी, जो
जनपद के 309 गांव के 93414 लघु, सीमान्त व वृहद किसानों को वितरित की जा चुकी हैं। अवशेष किसानों को
राहत राशि न मिलने से असंतोष व्याप्त है व प्रतिदिन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव को भेजे पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि
वर्तमान खरीफ फसल जिसके अंतर्गत जनपद में दलहन, उर्द, मूंग व सोयाबीन व मक्का की फसल बहुतायत
क्षेत्रफल में बोयी जाती है के सम्बन्ध में कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि
वर्तमान में उर्द मूंग की फसल पीला मौजेक नामक रोग से ग्रस्त होने के कारण
अत्याधिक प्रभावित हो गयी है। जिस कारण किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस सम्बन्ध
में उप कृषि निदेशक व जिला कृषि अधिकारी उप जिलाधिकारी की टीमें बनाकर सर्वे कराया
जा रहा है। वर्तमान में खरीफ फसलों के नुकसान की भरपाई के सम्बन्ध में फसल बीमा
कंपनी एचडीएफसी, एग्रो को भी आवश्यक कार्यवाही के लिए
निर्देशित किया गया है। जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव राहत अनुभाग को भेजे पत्र में
ललितपुर जनपद में किसानों की भौगोलिक स्थिति से अवगत कराया है। जिलाधिकारी ने शासन
से अवशेष धनराशि को अवमुक्त कराने की मांग की गयी है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने बढ़ाया 6 माह ग्राम प्रधानों का कार्यकाल
मई 2016 को होंगे पंचायत के चुनाव
लखनऊ। निर्वाचित विभाग, पुलिस तथा अन्य सभी विभागों की पंचायत
चुनाव की तैयारियों और तैयारियों के दावे धरे के धरे रह गए। प्रदेश सरकार ने
वर्तमान ग्राम प्रधानों पर मेहरबानी दर्शाते हुए उनका कार्यकाल 6 माह तक बढ़ा दिया है। अब पंचायत चुनाव
अगले वर्ष मई में होंगे। सरकार के इस निर्णय से वर्तमान ग्राम प्रधानों ने जहां
राहत महसूस की, वहीं प्रधानी चुनाव लड़ने की तैयारियां
में लगे नए-पुराने प्रत्याशियों में थोड़ी मायूसी छा गई। सूत्रों से मिली जानकारी
के अनुसार चुनाव टालने के पीछे अन्य प्रशासनिक कारण जो भी हों, लेकिन बिजली और कानून-व्यवस्था की
बिगड़ती हालत को ध्यान में रखकर चुनाव टाले जाने के कारणों में प्रमुख है। क्योंकि
बिजली की निढाल आपूर्ति व्यवस्था सत्ता पक्ष के प्रधान प्रत्याशियों के गले की
हड्डी बनती जा रही है। वैसे भी सरकार ने कह रखा है कि 2016 तक गांवों को 16 घंटे बिजली मिलेगी, लेकिन वर्तमान में यह आंकड़ा बमुश्किल
दो-चार घंटे भी नियमित नहीं है। इसके अलावा कानून व्यवस्था की हालत भी किसी से
छिपी नहीं है।
किसान परेशान न हो सभी को मिलेगा
मुआवजा: जिलाध्यक्ष
पार्टी कार्यालय पर किया गया नगर में
निकली शोभायात्रा का स्वागत
ललितपुर। समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक पार्टी
कार्यालय पर जिलाध्यक्ष आल्हा प्रसाद निरंजन की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस
दौरान पंचायती चुनाव को लेकर चर्चा हुई तो वही 20 सितम्बर को जनपद में पावर प्लांट का उदघाटन करने के लिए आ रहे
मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की अगुवानी पर चर्चा हुई।
इसके अलावा जन्माष्टमी के अवसर पर यादव महासभा द्वारा नगर में निकाली गयी
शोभायात्रा का स्वागत किया गया।
पार्टी कार्यालय पर बैठक के दौरान उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते
हुये जिलाध्यक्ष आल्हा प्रसाद निरंजन ने कहा कि उर्द की फसल में पीला रोग लगने के
चलते कई ग्रामों फसलें खराब हो गयी है, उन्होंने
कहा कि इस मामलें को लेकर सरकार व पार्टी गंभीर है, उन्होंने कहा कि उर्द की फसल की सर्वे के लिए जिलाधिकारी द्वारा टीम
गठित कर दी गयी है। और टीम जल्द ही सर्वे कर रिपोर्ट शासन को भेजेगी। इसके अलावा
उन्होंने कहा कि किसान किसी भी बहुरूपियों के बहकावे में न आये, उन्होनें कहा कि हर किसान को ओलावृष्टि
व अतिवृष्टि का मुआवजा मिलेगा, धीरे-धीरे
पैसा आ रहा है और गांव बाई गांव का मुआवजा बांटा जा रहा है। और शीघ्र सभी को मुआवजा
दिया जायेगा। उन्होंने पंचायती चुनाव को लेकर प्रदेश कार्यालय से आये पत्र के
सम्बन्ध में बताया कि चुनाव को लेकर एक कमेटी गठित की गयी है, यह कमेटी प्रत्येक वार्ड में चुनाव को
लेकर प्रत्याशियों में सामनजस बनायेगी, और
पार्टी के एक ही प्रत्याशी को चुनाव लडायेगी, अगर किसी वार्ड में प्रत्याशियों में
आम सहमति नही बनी तो किसी भी कार्यकर्ता चुनाव लडने से नही रोका जायेगा, जहां सहमति बन जायेगी, वहां पर पार्टी अपना प्रत्याशी
लडायेगी।
इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा
पत्रकारों के लिए प्रत्येक जनपद में प्रेस क्लब बनाये जाने की घोषणा किये जाने पर
मुख्यमंत्री का आभार जताया। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने बताया कि 20 सितम्बर को प्रदेश के मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव चिगलौआ स्थित पावर
प्लांट का उदघाटन करेगें व कचनौंदा में आयोजित जनसभा को भी सम्बोधित करेगें। इस
दौरान देश के प्रथम उपराष्ट्रपति डा.सर्वपल्ली राधा.ष्ण के जन्मदिवस पर उन्हें याद
किया गया। इस दौरान यादव महासभा द्वारा नगर में जन्माष्टमी पर निकाली गयी
शोभायात्रा का सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी कार्यालय पर भव्य स्वागत किया गया
एवं फल वितरित किये गये।
इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष आल्हा प्रसाद निरंजन, उपाध्यक्ष डा.सतीश कुमार सुडेले, दीवान विक्रम सिंह, महासचिव खिलान सिंह यादव, बाल.ष्ण नायक नन्ना, प्रवक्ता लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, मीडिया प्रभारी कुन्दनपाल, लोहिया वाहिनी अध्यक्ष शिवम मिश्रा, चैनु कुशवाहा, डा.मनवीर सिंह तोमर, गीता मिश्रा, रामकिशोर तोमर, रामदास श्रोती, डा.शिशुपाल सिंह लोधी, मोह.अख्तर सिद्की, ओमकार , तेजसिंह, राजेन्द्र प्रसाद, रामप्रताप, खिलान यादव मिनी, कैलाश नारायण, राजेन्द्र सिंह, मुलायम, डा.गुलाबचंद साहू, संदीप
बबेले, महेन्द्र सिंदवाहा, मुकुट बिहारी उपाध्याय, इमरान मंसूरी, सिकन्दर मंसूरी, रोहित राठौर, रोहित शिवाजी, वीरेन्द्र, जगदीश गंगा सागर, बलराम झां, बलराम निंरजन, महेश साहू, ग्यासीलाल, मक्खन कुशवाहा, कप्तान सिंह, अंकित निरंजन, गोविन्द, अनार सिंह, नत्थूसिंह, रामबाबू, प्रतिपाल, रामकुमार, रघुनाथ यादव, रूपसिंह यादव, जलील मंसूरी, लखन यादव सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित
रहे।
प्रधान संपादक की कलम से..............
मीडिया दलालीकरण और भावी सरकार
मीडिया का काम आमतौर पर समाज में स्थापित
कुरूतियों, विसमताओं और समाज में के हर तबके तक
सूचना पहुंचना, उन्हें शिक्षित व मनोरंजन करना भी है।
यह एक सरल परिभाषा के दायरे में आती है फिर भी देखा जा सकता है कि मीडिया को दी गई
यह सरल परिभाषा में भी परिवर्तन हो चुका है। मीडिया जनमत तैयार करने, निर्णय सुनाने, प्रोपेगेंडा फैलाने, अश्लीलता को बढ़वा देने, राजनेताओं का बखान करने, साथ-ही-साथ कुरूतियों का इस तरह
महिमामंडन करके दिखाया जाना इनके लिए आम बात हो चुकी है। जिस पर समय-समय पर
उंगलियां उठती रही हैं। परंतु कभी हमने इसके पीछे चल रहे या चलाए जा रहे संस्थाओं
के दलालीकरण की पृष्ठभूमि पर विचार विमर्श नहीं किया, कि समय के परिवर्तन के साथ इन संस्थाओं
में भी बदलाव आ सकता है। नहीं आना चाहिए फिर भी यह परिवर्तन अपने तीव्रवेग से चल
रहा है।
वैसे मीडिया पर समय-समय पर बहुत से कानून लागू
किए गए, जिनका पालन करना इस संस्थानों ने कभी
मुनासिब नहीं समझा। इसके लिए भारतीय पे्रस परिषद के अध्यक्ष और सदस्य ने भी ज्यादा
जोर नहीं दिया कि वह इन कानून का पालन क्यों नहीं कर रहे हंै! शायद जरूरत ही महसूस
नहीं होती। दूसरी तरफ अपने आप को लोकतंत्र का चैथा खंभा कहलाने वाला मीडिया छुट्टा
सांड की भांति दौड़ा जा रहा है बिना किसी लगाम के। वहीं सरकार ने भी इस सांड पर
काबू करने का अपना फैसला त्याग दिया है। इसमें भी सरकार का अपना हित छिपा हुआ है।
क्योंकि सरकार की गर्दन (नेता, राजनेता
और भ्रष्टाचारियों) खुद फंसी हुई है जिसकी लगाम इन मीडिया संस्थानों के हाथों में
दिखाई दे रही है। जिस दिशा में यह मोड़ना चाहते हैं उस दिशा में मोड़ दिया जाता है।
भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में उल्टी गंगा बह
रही है। जिस पर जिसका नियंत्रण होना चाहिए वह छुट्टा और जिस पर नहीं वह मीडिया के
इसारे पर मुजरा कर रहा है। अगर आज के परिप्रेक्ष्य में सरकार को रखैल की संज्ञा से
सुशोभित किया जाए तो मेरे मित्रों को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि मैं
जनता हूं कि मेरे बहुत सारे मित्रगण किसी-न-किसी पार्टी से सरोकार रखते हैं और
बहुत से मित्रों के सिर पर किसी-न-किसी राजनेताओं का हाथ बना हुआ है। अगर मेरे
मित्रगण यह आरोप लगाए कि मैं सरकार के खिलाफ इस तरह के आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग
कैसे कर सकता हूं तो यहां यह भी बता दूं कि मैं, मीडिया से सरोकार रखता हूं। बावजूद इसके मैं, मीडिया के क्रिया-कलापों पर समय-समय पर
प्रश्न चिह्न लगाता रहता हूं तो सरकार इससे कैसे अछूती रह सकती है।
अभी दो-तीन दिन पहले प्राइम टाइम पर प्रसारित
हो रही एक खबर का मैंने विश्लेषण किया जिसको लगभग सभी समाचार प्रेमी और राजनैतिक
घरानों व पार्टियों से सरोकार रखने वाले लोगों ने देखा होगा। खबर हमारे लल्ला की
दिखाई जा रही थी जो पंजाब विश्वविद्यालय के मंच से अपने मुखारबिंदु से अच्छे-अच्छे
प्रवचन दे रहे थे कि विपक्षी पार्टियां उनकी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को
लागू नहीं होने देती या उन्हें विकास के लिए काम नहीं करने देती। बड़ी आश्चर्यचकित
बात है जिनकी अम्मा के हाथों में देश की कमान हो वही यह राग अलापेंगे तो कैसे काम
चलेगा। अगर यह विकास की बात करें तो 8
साल में देश के विकास का पहिया वहीं के वहीं स्थिर है। जिसका ढीकरा यह व उनकी
पार्टी विपक्षी दलों पर फोड़ रहे हैं। परंतु वह यह भूल रहे हैं कि चाचा मनमोहन की
सरकार के कार्यकाल में (शुरू से लेकर अब तक) कितने घोटाले हुए, और कितनी बार जनता का उनकी पार्टी ने
खून चूसा। इस बात पर सभी का मुंह सील जाता है। यह सरकार नहीं मच्छर है जो गरीब
जनता का खून चूस रही है। क्योंकि इस कमरतोड़ मंहगाई के कारण यह दो वक्त की रोटी का
गुजारा भी नहीं कर सकते। तब तक मच्छर मारने की दवा का कैसे प्रयोग कर सकते हैं।
हां हो यह सकता है कि इस मंहगाई की मार से बचने के लिए वह मच्छर मार दवा का ही
सेवन कर ले ताकि यह मच्छर दुबारा कभी खून न पी सकें।
इस परिप्रेक्ष्य में कहें तो हमारे देश के
लल्ला अपने प्रवचनों के समय यह भी भूल गए कि उनके जीजाजी श्री पर भी अब आरोप लग
चुके हैं। फि भी इस मुद्दे पर बोलने की वजह वह अपने मियां मिट्ठू बनते रहे। सही
बात है रात में गुनाह करने वाला दिन के उजाले में अपने आप को हमेशा साहूकार ही
बताता है।
इस तरह की खबरों को मीडिया ही महिमामंडन करके
दिखाता है क्योंकि यह उनके लिए बड़ी खबर का काम करती है। टीआरपी बढ़ाने का काम करती
है। वह यह भूल जाते है कि वह ही हैं जो किसी को रातोंरात शोहरत की बुलंदी पर
पहुंचा भी सकता है और उसका नामोनिशान की मिटा सकता है। फिर भी मीडिया संस्थाओं के
लोग इनकी डाली गई हड्डियों पर जीभ ललचाकर आश्रित हो जाते हैं और जैसा यह चाहते हैं
वह करने लगते हैं। वह यह भी भूल जाते है कि उनका समाज के प्रति भी कोई सरोकार है
जिसके लिए उसे चैथे स्तंभ से नबाजा गया है ताकि गरीब जनता के लिए जब तीनों स्तंभ नकारा
साबित होने लगे तो वह उन्हें शोषण से मुक्ति व अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करने
में और उनका हक दिलाने में कारगर सिद्ध हो सके। कालचक्र का पहिया अपनी घुरी पर
लगातार घूमता रहता है फिर भी वक्त रहते इन संस्थाओं के लोगों के चेतने और दलालीकरण
का त्याग करके जनता के हितों में पुनः पहले जैसी सोच कायम करने की है। नहीं तो
तीनों स्तंभ की भांति इस स्तंभ से भी आम जनता का बना हुआ भरोसा भी खत्म हो
जाएगा। .....डॉ. गजेन्द्र प्रताप
सिंह
शिक्षक दिवस पर दर्जन भर शिक्षकों ने
किया रक्तदान
सैकड़ों शिक्षकों ने लिया रक्तदान करने
का संकल्प
ललितपुर। सर्वपल्ली डा.राधाकृष्णन के जन्म अवसर
पर आज जनपद के शिक्षकों ने जिला अस्पताल में रक्तदान कर शिक्षक दिवस के रूप में
मनाया। इस अवसर पर शिक्षकों ने रक्तदान करने का भी संकल्प लिया। रक्तदान का संकल्प
दिलाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जिला सेवा
योजन अधिकारी चन्द्रचूड़ दुबे ने शिक्षकों द्वारा शिक्षक दिवस पर किये गये रक्तदान
की सराहना की। अध्यक्षता कर रहे उप जिलाधिकारी सदर रमेशचंद्र तिवारी ने कहा कि
समाज को दिशा देने वाले जब स्वयं रक्तदान के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर आगे आ रहे हैं तो
निश्चित यह शुरूआत समाज में क्रान्ति लाने का कार्य करेगी। एबीएसए एन.एल.शर्मा ने
सभी शिक्षकों के इस कार्य की मुक्त कंठ से सराहना की। मुख्य अतिथि जिला सेवा योजन
अधिकारी चन्द्रचूड़ दुबे ने कहा कि रक्तदान के बारे में फैली भ्रान्तियों के बारे
में चिकित्सकों से अधिक जागरूकता शिक्षक ला सकते हैं। शिक्षक गांव के दूरस्थ
विद्यालयों में प्रतिदिन जाते हैं व ऐसे में जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में रक्तदान
के प्रति विद्यार्थियों व उनके अविभावकों के माध्यम से जागृति ला सकते हैं।
उन्होंने जहां शिक्षकों के इस प्रयास की सराहना की तो वहीं शिक्षक प्रतिनिधियों से
भी इस क्षेत्र में उदाहरण प्रस्तुत करने का आह्वान किया। शिक्षक दिवस पर
प्रधानाध्यापक अनन्त तिवारी, सहायक
अध्यापक हरिश्चंद्र नामदेव,
दीपक नामदेव, आदित्य सैनी, सत्येन्द्र प्रताप सिंह बुन्देला, संदीप कटियार, विनीत तिवारी, आलोक श्रीवास्तव, हेमन्त तिवारी, बबीता बुन्देला, सूरज सिंह बुन्देला, सौरभ जैन, महेन्द्र राय, संजीव राय ने एक-एक यूनिट रक्तदान
किया। इसके साथ ही सैकड़ों शिक्षकों ने रक्तदान करने का भी संकल्प लिया। एसडीएम सदर
ने बीस से अधिक बार रक्तदान करने वाले अनन्त तिवारी, विनीत तिवारी,
प्रफुल्ल जैन, हेमन्त तिवारी की सराहना की। इस अवसर
पर विनय ताम्रकार, राजीव बजाज, ब्रजमोहन तिवारी, अनिल शर्मा, अभिषेक शर्मा, रेनू वर्मा, सुमित अग्रवाल, हरिनारायण चैबे, पदमावती, रिचा अग्रवाल,
आशीष जैन, अखिलेश गोस्वामी, सत्येन्द्र जैन, अनुराग, राजेश साध, राजेश लिटौरिया, अरूण गोस्वामी, अरूण निरंजन, विनोद निरंजन, अजमल खान, अरविंद तिवारी आदि मौजूद रहे। संचालन
हेमन्त तिवारी ने किया।
गर्भवती महिलाओं को घर से किया बेदखल
परिवार परामर्श केन्द्र ने सुनी पीडित
महिला-पुरुषों की समस्या
ललितपुर। पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चैधरी के कुशल
निर्देशन में प्रत्येक शनिवार को महिला थाना प्रांगण में आयोजित किये जा रहे
परिवार परामर्श केन्द्र में आज आधा दर्जन परिवारों को टूटने से बचाया गया। सभा के
मध्य आपसी सुलह समझौते के आधार पर राजीनामा कराया गया।
शनिवार को परिवार परामर्श केन्द्र में मोहल्ला
आजादपुरा निवासी नेहा पुत्री रघुवीर पस्तोर ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2009 में दीपक शर्मा पुत्र लक्ष्मीनारायण
शर्मा से हुई थी। जिसके बाद पति व सास द्वारा अतिरिक्त दहेज की मांग करते हुये उसे
प्रताडिघ्त किया जाने लगा। थाना बार अंतर्गत ग्राम करमई निवासी मालती पुत्री
रामप्रसाद ने बताया कि डेढ़ वर्ष पहले उसकी शादी गेंदालाल पुत्र कल्लू कुशवाहा के
साथ हुई थी। शादी के बाद जब वह सात माह के गर्भ से थी, तब ससुरालियों ने उसे एक माह पूर्व घर
से निकाल दिया। कोतवाली क्षेत्रांतर्गत ग्राम रजवारा निवासी रवीन्द्र पुत्र बसन्ते
रैकवार ने शिकायत दर्ज कराते हुये बताया कि उसकी पत्नी जयकुंवर अपने मायके पक्ष के
कहने पर परिजनों के साथ गाली-गलौच व मारपीट करते हुये परेशान करती है। नेहरू नगर
निवासी ममता पत्नी गनेशराम रैकवार ने बताया कि उसका पति रेलवे में कार्यरत है।
शादी के बाद से वह जीवकोपार्जन के लिए खर्चा नहीं देता है और मांगने पर मारपीट
करता है। बताया कि 17 अगस्त को उसके पति ने उसे पुत्री के
साथ घर से निकाल दिया। इस मामले में दोनों पक्षों के बीच सुलह न होने पर पति
द्वारा 6 हजार रुपये प्रतिमाह पत्नी को दिये
जाने की सहमति की गयी। इसके अलावा गांधीनगर नई बस्ती निवासी निशा पुत्री बालचंद्र
ने बताया कि उसकी शादी एक वर्ष पहले तालबेहट के हर्षपुर निवासी भज्जू पुत्र बलू के
साथ हुई थी। शादी के बाद दहेज की मांग को लेकर तीन माह पूर्व गर्भावस्था में उसे घर
से निकाल दिया गया। मध्य प्रदेश के जिला दमोह अंतर्गत ग्राम पथरिया निवासी आरती
तिवारी पत्नी रत्नेश तिवारी ने शिकायत दर्ज कराते हुये ससुरालियों पर दहेज के लिए
प्रताड़ित करने एवं पुत्र व पुत्री को छीन कर घर से बेदखल करने का आरोप लगाया। इन
सभी मामलों में दोनों पक्षों के मध्य आपसी सहमति पर राजीनामा कराया गया। इस दौरान
परिवार परामर्श केन्द्र प्रभारी रचना राजपूत व सदस्य सुधा कुशवाहा मौजूद रहीं।
मानव जाति व सृष्टि के कल्याणार्थ
जन्मे थे भगवान श्रीकृष्ण
ललितपुर। भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन
अवसर पर जहां एक ओर समूचा जनपद आनंदमयी वातावरण में धार्मिक अनुष्ठानों में जुटा
रहा तो वहीं प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के वरदानी भवन से
भगवान श्री.ष्ण की चैतन्य शोभायात्रा निकाली गयी। इस शोभायात्रा को देखने के लिए
दूर-दूर से लोग उमड़ पड़े।
यात्रा का नेतृत्व कर रहीं बग्गी में सवार बड़ी दीदी बी.के.चित्ररेखा व सागर
से आईं दीदी ने संयुक्त रूप से श्रृद्धालुओं को संबोधित करते हुये कहा कि भगवान
विष्णु ने मानव जाति के कल्याणार्थ द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के रूप में
जन्म लिया था। कहा कि जब असुरों का आतंक मानव जीवन पर बढ़ गया। चारों ओर
त्राहि-त्राहि मची हुई थी। तब असुरों का संहार करते हुये अहंकारी कंस का वध करने
को भगवान स्वयं जन्मे। कंस भले ही रिश्ते में भगवान के मामा थे, लेकिन मानव जाति व सृष्टि के कल्याण की
भावना से उन्होंने कंस का वध किया। महाभारत में अर्जुन को भगवान श्रीकृष्ण ने जो
उपदेश दिये वह आज भी प्रासांगिक है। कहा कि आज आवश्यकता है भगवान श्रीकृष्ण व
सुदामा जैसी मित्रता की। मित्रता के मायने आधुनिकता की चकाचैंध में खोते जा रहे
हैं, जिन्हें पुर्नजीवित करने के लिए हमें
भगवान की भक्ति करनी करनी पड़ेगी।
इसके पूर्व सिविल लाइन स्थित वरदानी भवन से
नन्हें-मुन्हें बच्चों की आकर्षक झांकियां निकाली गयीं। इसके ठीक पीछे बड़ी दीदी व
सागर से आईं दीदी के अलावा महरौनी प्रभारी माया दीदी व जाखलौन से आईं भी
शोभायात्रा में शामिल हुईं। इस अवसर पर तुवन मंदिर प्रांगण में विशेष पूजा-अर्चना
हुई। इस दौरान रामस्वरूप भाई, सत्यनारायण, राहुल जैन पत्रकार, दातार भाई, बृजेन्द्र जायसवाल, गोविंद भाई के अलावा काफी संख्या में
श्रृद्धालुजन मौजूद रहे।
हाथी-घोड़ा पालकी, जै कन्हैया लाल की....
शहर में जगह-जगह तोरण द्वार लगाकर हुआ
भव्य स्वागत
ललितपुर। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव आज जनपद
में अगाद्ध श्रृद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर यादव महासभा के
तत्वाधान में जुगपुरा स्थित श्री.ष्ण मंदिर से भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। इस
दौरान सजातीय बंधु गगनभेदी जयघोष करते हुये चल रहे थे।
शोभयात्रा में सर्वप्रथम अश्वों पर सवार होकर नवयुवक धर्मपताका लिये हुये
चल रहे थे। उनके पीछे डीजे की सुमधुर ध्वनि पर युवा थिरकते हुये चल रहे थे।
शोभायात्रा में सजातीय बंधु भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की खुशियां मनाते हुये
दिव्य घोष करते हुये चल रहे थे। उनके पीछे धर्मगुरूओं को बग्गी पर सवार किया गया
था। धर्म गुरूओं में श्री रणछोरधाम के महन्त स्वामी वीरेन्दानन्द महाराज, सर्वेश्वरधाम के महन्त श्री.ष्णगिरी
महाराज, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय
वरदानी भवन से बड़ी दीदी बी.के.चित्ररेखा चल रहीं थीं। शोभायात्रा में आकर्षण का
केन्द्र मथुरा वृन्दावन से आई ब्रज टोली का मयूर नृत्य रहा। तो वहीं उज्जैन की
गर्जन तोपें भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की शोभायात्रा में चार चांद लगा रहीं थीं।
श्रीकृष्ण भगवान का राज दरवार देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रजापिता
ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय वरदानी भवन द्वारा सजायी गयी चैतन्य झांकियों
को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही थी। इस दौरान गजराज पर सवार समाजश्रेष्ठी चल
रहे थे। वहीं कतारबद्ध तरीके से भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न झांकियां चल रहीं थीं।
शोभायात्रा जुगपुरा से शुरू होकर स्टेशन होते
हुये शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होकर निकाली गयी। यात्रा का स्टेशन पर
विश्व हिन्दू परिषद,साँसद प्रतिनिधि राजेश यादव के
कार्यालय, वर्णी कालेज, तहसील चैराहा पर ब्राह्मण महामण्डल ने
पुष्प वर्षा की। इसके अलावा पूर्व नपाध्यक्ष रमेश खटीक, नगर पालिका परिषद, भाजपा नगर कार्यकारिणी के अलावा
उ.प्र.व्यापार मण्डल नगर कार्यकारिणी ने अध्यक्ष सुमित अग्रवाल के नेतृत्व में
शोभायात्रा का भव्यता से स्वागत किया। इस अवसर पर यादव महासभा अध्यक्ष जयराम सिंह
यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष शिशुपाल सिंह यादव, यादवेन्द्र सिंह यादव दादा, सहकारी बैंक अध्यक्ष फूलसिंह यादव
नन्ना, बाल.ष्ण नायक, साँसद प्रतिनिधि राजेश यादव, पूर्व सपा जिलाध्यक्ष कैलाश यादव, पूर्व सपा जिलाध्यक्ष तिलक यादव, पार्षद जगदीश यादव, रामसजीवन यादव, हरवीर सिंह अरोरा, नैपाल सिंह यादव, आधार सिंह यादव, अश्वनी पुरोहित गोलू, कुन्दन पाल, गिरधारी यादव, मणि शर्मा, डा.मुकेश तिवारी, राजीव यादव, लखन यादव, मनोज यादव, शत्रुघन यादव, शीलू यादव, जयन्त यादव, राहुल सिंघई, शान्तनु पुरोहित गोलू, रवि शर्मा, रेशू माली, ऋषि यादव, बलराम चढ़ार समेत भारी संख्या में लोग
मौजूद रहे।
शोभायात्रा का नगर भाजपा ने किया स्वागत भगवान
श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर निकाली गयी शोभायात्रा का नगर भाजपा महामंत्री रत्नेश
तिवारी के नेतृत्व में घण्टाघर मैदान पर भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान क्षेत्रीय
अध्यक्ष रामरतन कुशवाहा, जिलाध्यक्ष प्रदीप चैबे, बब्बू राजा बुन्देला, हरीराम निरंजन, दीपक जायसवाल, राजकुमार जैन, भगवत दयाल सिंधी, शशिशेखर पाण्डेय, अभय जैन, रत्नेश तिवारी, राजेश
लिटौरिया, धु्रव सिंह, बब्लू अग्रवाल, डा.अविनाश देशमुख, रूपेश साहू, दीपक पाराशर, दीपक वैद्य, पार्षद अशोक पंथ, रामबाबू, देवेन्द्र गुरू सहित अनेकों भाजपाई मौजूद रहे।
ब्राह्मण महामण्डल ने शोभायात्रा का किया
स्वागत श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर निकाली गयी शोभायात्रा का ब्राह्मण महामण्डल ने
पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया। इस दौरान उमाशंकर विदुआ, माधव नायक, भगवत नारायण बाजपेयी, ललित कौशिक, प्रशान्त शर्मा, रत्नेश तिवारी, रविकान्त तिवारी, शत्रुघ्न शुक्ला, रामनरेश दुबे, महेन्द्र शुक्ला, जगदीश पुरोहित, गुड्डू तिवारी, अमिताभ रिछारिया, छोटे चैबे, विक्की कौशिक, मनोहर दुबे, नरेन्द्र पाठक, रामशंकर शर्मा, मनोज वैद्य, दीपक पाराशर आदि मौजूद रहे।
संस्कारों को जीवन में संवारने के लिए
स्वाध्याय जरूरी: पूर्णमति
ललितपुर। आचार्य श्रेष्ठ विद्यासागर महाराज की
सुशिष्या आर्यिकारत्न पूर्णमति माता जी ने क्षेत्रपाल मंदिर में धर्मसभा को
सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्कारों को जीवन में उतारने के लिए स्वाध्याय जरूरी
है। स्वाध्याय ही ऐसा माध्यम है जिससे जीवन संवारा जा सकता है इसके लिए आर्यिका
श्री कहा कि घरों में स्वााध्याय हो जिससे
घर परिवार संस्कारित होगे। ज्ञान की महिमा का उल्ल्ेख करते हुए आर्यिका श्री ने
कहा कि ज्ञान द्वारा ही आत्मा परमात्मा को प्राप्त हो सकती है जिसप्रकार घर की
शुद्धि के लिए संस्कारों की महति आवश्यता है शिक्षक दिवस को संस्कार दिवस बताते
हुए आर्यिका श्री आव्हान किया कि घरों में स्वाध्याय जव शुरू हो जाएगा संकट
स्वयमेव दूर हो जाएगे। आर्यिकाश्री ने कहा कि कर्म तुझ में नहीं राग तुझ में नहीं
ऐसा जिनवर ने बतलाया। जव तक जीवन से राग नहीं छूटेगा कल्याण नहीं। उन्होने कहा कि
ज्ञान के वगैर जीवन अधूरा है जीवन जीना भी एक कला है। जियो तो ऐसा जिओ कि परिणामों
में संक्लेश न हो। श्रावक संस्कार शिविर में दी जाएगी संस्कारों की शिक्षा पर्वराज
पयूर्षण में आर्यिका पूर्णमति माता जी के सानिध्य में दिगम्बर जैन पंचायत के
तत्वावधान में श्रावक संस्कार शिविर का आयोजन 16
सितम्बर से हो रहा है जिसमें श्रावकों को जीवन जीने की कला सिखाई जाएगी और
संस्कारों की दीक्षा भी दीजाएगी। उक्त जानकारी देते हुए दिगम्बर जैन पंचायत के
महामंत्री डा.अक्षय टडैया ने बताया कि आर्यिका श्री के सानिध्य में आत्मानुभूति
शिक्षण शिविर में युवाओं को धार्मिक शिक्षा दी जा रही है जिसमें विशेष शिक्षण दस
दिनों तक चलने वाले शिविर में दिया जाएगा जिसमें संगीतमय ध्यान आरती एवं पूजन
आदि का अनुपमन आयोजन होना है। शिविरार्थी
दसों दिन शिविर में रहकर धर्मध्यान साधना करेंगे। शिविर की तैयारियों को अन्तिम
रूप दिया जा रहा है ताकि आर्यिका श्री के सानिध्य में होने वाला शिविर अनुपम
अद्वितीय रहे। शिविर की सफलता के लिए आज रविवार 6 सितम्बर को श्रावक निजी वाहनों से आचार्य श्रेष्ठ विद्यासागर जी
महाराज के चरणों में श्रीफल अर्पित करने के लिए बीना वाराह जाएगे।
बार कौंसिल उत्तर प्रदेश को भेजे
जायेगें अनुशासनहीनता करने वालों के नाम
कुछ शरारती तत्व कर रहे हैं जिला बार
की छवि खराब
ललितपुर। जिले में कोई युवा अधिवक्ता संगठन
मान्यता प्राप्त नहीं है और न ही बार कौंसिल आफ उत्तर प्रदेश किसी युवा संगठन को
प्रदेश में मान्यता देती है। बार कौंसिल ने मॉर्डन बायलॉज 2008 लागू करके जिला बार में अध्यक्ष के
लिए 25 साल व महामंत्री के लिए 15 साल की वकालात अनिवार्य की है। ऐसे
में युवा अधिवक्ता संगठन का कानूनी होना संभव ही नहीं हैं। उपरोक्त जानकारी जिला
बार के अध्यक्ष संजय चैबे ने एक प्रेस नोट जारी कर दी है।
जिला बार एसोशियेशन अध्यक्ष संजय चैबे ने बताया कि जिला बार के सदस्यों में
कतिपय अधिवक्ताओं के नाम से युवा संगठन बनाने के समाचार गलत खबर देकर प्रकाशित
कराये गये हैं, जिसका जिला बार खण्डन करती है। जिले
में एक मात्र संगठन जिला बार एसोशियेशन है। जिसके सदस्य कथित युवा संगठन का समाचार
प्रकाशित कराने वाले सदस्य है। बार एसोशियेशन द्वारा विगत 25 अगस्त को कार्यकारिणी की बैठक में ऐसे
भ्रमपूर्ण समाचारों का संज्ञान लिया था। जिस पर ऐसे अधिवक्ताओं को चेतावनी दी गयी
थी और भविष्य में पुर्नवृत्ति होने पर जिला बार की सदस्यता से निष्कासित किया जाकर
मामला बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश को अनुशासनहीनता के विरूद्ध कार्यवाही के लिए
प्रेषित किये जाने का संकल्प लिया गया था। इस मामले को अब बार कौंसिल ऑफ उत्तर
प्रदेश में भेजे जाने पर जिला बार विचार कर रही है। जिला बार के अध्यक्ष ने
न्यायिक अधिकारियों, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को किसी
भी युवा अधिवक्ता संगठन के नाम से परिचय देने वाले अधिवक्ताओं को कोई मान्यता न
देने और उनके विरूद्ध कार्यवाही करने एवं जिला बार को सूचित करने की अपील की है।
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Grateful for sharing thiss
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