2019 में फिर पूर्ण बहुमत
से बनेगी बीजेपी की सरकार
अभी कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश में (गोरखपुर
व फूलपुर) दो सीटों पर हुए चुनाव और उसके परिणाम का यदि विश्लेषण किया जाए तो यह बीएसपी
और सपा गठबंधन की जीत नहीं है बल्कि बीजेपी ने अपनी औकात पता करने हेतु मशीनों के साथ
कोई छेड़छाड़ नहीं की। क्योंकि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते
हुए बीजेपी अपनी यथास्थिति से खुद को अवगत करवाना चाह रही थी... कि यदि हम लोग मशीनों
के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करवाते तो स्थिति क्या बन सकती है। और इसका नतीजा उनके सामने
(दोनों सीटों को गवाने के उपरांत) आ ही गया। वहीं दोनों सीटें सपा को मिल जाने से बीएसपी
और सपा के समर्थकों में बड़ा उत्साह देखने को मिला.... अखिलेश मायावती से मिलने और
उनको बधाई देने तक पहुंच गए..... सही बात है गठबंधन जो हुआ था... कुछ तो दिखावा करना
ही पड़ेगा। वैसे विश्लेषकों ने इस ओर जरूर ध्यान दिया होगा कि गोरखपुर की जो सीट
1989 से 2017 तक लगातार पहले महान्त फिर योगी यानि पिछले 28 वर्षों से जो सीट बीजेपी
के पक्ष में ही जाती रही हो... चाहे सत्ता हाथ में रही हो या न रही हो... फिर वो गोरखपुर
की सीट कैसे हार सकते हैं.... वहीं 2014 में मोदी की लहर में फूलपुर से जीते मौर्या
महोदय की सीट जाती रही... हालांकि इस सीट का बारीकी से आंकलन किया जाए तो 2014 के पहले
तक यह सीट कभी बीजेपी की रही ही नहीं..... वो तो मोदी लहर में फूलपुर की सीट मौर्या
के पक्ष में चली गई...और अब वो पुन: विपक्ष में जा पहुंची...
इस बार तो (गोरखपुर से 5 बार सांसद) योगी
उत्तर प्रदेश में उच्चतम पद पर आसीन थे...और मौर्या उपमुख्यमंत्री फिर कैसे हार
गए.... इसके पीछे का सारा गुणा-गणित आने वाले 2019 के लोकसभा के शतरंज की बिसात पर
खड़ा किया गया था.... कि मशीन में छेड़छाड़
के बिना अब तक की स्थिति और जनता का मिजाज आखिर क्या कहता है.... तो हकीकत उनके सामने
आ ही गई... कि 2019 के चुनाव में वही करना है जो अब तक अन्य राज्यों में करवाती आ
रही है....इससे एक बात से साबित होती है कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पुन:
बीजेपी की जीत निश्चित ही है....वहीं 2 सीटें मिलने से बबुआ और बुआ दोनों गदगद महसूस
कर रहे हैं... जैसा बीजेपी चाह रही थी लगता है वैसा ही हुआ.... क्योंकि गुणा-गणित
कहता है कि यदि 2 सीटों पर और उप चुनाव होते और वह हार ही क्यों न जाती तब भी मोदी
की सेहत पर कोई असर पड़ने वाला नहीं था...क्योंकि बीजेपी ने 2 सीटें गवाकर और सपा-बसपा
को झुनझुना पकड़ाकर पूरा मैदान मार लिया है.......खैर अब आगामी लोकसभा में चाहे अखलेश,मायावती, राहुल, ममता, अरविंद इसी क्रम में और भी.... सभी पीठ पीछे हाथों
में खंजर लेकर मुंह पर अपनी झूठी मुस्कान लिए गठबंधन करके ऐडी चोटी का जोर क्यों
न लगा ले... फिर भी बीजेपी की जीत पक्की है।
No comments:
Post a Comment