राहुल गांधी ने की केंद्र सरकार से मुआवजे की मांग
चाय पीते वक्त आधा बिस्कुट चाय में गिरा
दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री द्वारा दिनांक 8 नवंबर
को 500 और 1000 के नोट बंद करने के बाद जो स्थिति उत्पन्न हुई है उससे आमजन तो प्रभावित
हुए ही है साथ में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आ
रहे हैं। जिसको लेकर राहुल जगह-जगह सभा रैली कर रहे हैं। एक सभा रैली को संबोधित करने
के बाद जैसे ही उन्हें चाय की तलब हुई उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से चाय और बिस्कुट
मंगवाया। रैली को संबोधित करते समय उनका गुस्सा मोदी पर फूटा ही था और वो गुस्सा
अब भी बरकरार था। जैसे ही उनके समक्ष चाय और बिस्कुट हाजिर हुए उन्होंने चाय की चुस्की
लेते हुए पहला ही बिस्कुट चाय में डुबोया ही था कि आधा बिस्कुट चाय में जा गिरा।
फिर राहुल ने उस बचे हुए आधे बिस्कुट से चाय में गिरा बिस्कुट का आधा टुकड़ा उठाने
की कोशिश की और बचे हुए आधे बिस्कुट से भी हाथ धो बैठे। जिससे उनका गुस्सा और भड़क
गया। इसके बाद उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकतकी और केंद्र
सरकार से मुआवजा दिलाने की मांग की। मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जल्द ही
इस संबंध में एक जांच कमेटी का गठन किया जाएगा। जांच के
उपरांत यदि संबंधित मामला सही पाया गया तो आपको मुआवजा मिल जाएगा।
मुलाकात के बाद राहुल
गांधी ने कड़े तेवर में मीडिया से कहा कि यदि
केंद्र सरकार इस मामले में जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाएगी और उन्हें 30
दिन तक मुआवजा नहीं मिला तो वह केंद्र सरकार को हिला कर रख देगें। वहीं दिल्ली के
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चाय में गिरे बिस्कुट के आधे हिस्से के गिरने में
मोदी का हाथ बताया है। केजरीवाल ने कहा कि चुंकि मोदी पहले चाय बेचते थे तो चाय और
मोदी की साठगांठ बहुत पहले सही है...जरूर मोदी ने ही चाय को कहा होगा कि जब राहुल गांधी
चाय में बिस्कुट डाले तो आधा बिस्कुट चाय में गिर जाना चाहिए। और चाय ने वैसा ही
किया। केजरीवाल ने राहुल गांधी का समर्थन करते हुए यह भी कहा कि यदि केंद्र सरकार राहुल
को मुआवजा देने में आनाकानी करती हुई नजर आएगी तो वही रामलीला मैदान पर अमरण अनशन करेंगे।
मीडिया में आई इस खबर के बाद भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संपूर्ण मामले की जांच
के आदेश दे दिए हैं और संपूर्ण जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।
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